दिल्ली में अब आपको नीले और बैंगनी रंग के ऑटो सड़कों पर दौड़ते नजर आएंगे. अब आप जानना चाहेंगे कि इन ऑटो की खासियत क्या है और ये ग्रीन ऑटो से अलग कैसे है? तो हम आपको बताते हैं कि ऑटो ना सिर्फ रंग में अलग है, बल्कि ये सबसे कम खर्चे पर चलने वाले इलेक्ट्रिक ऑटो हैं.
Perfect Energy Storage
2 times battery life, consumes 50% less space, needs no maintenance & takes 60% less recharge time
इन ऑटो से दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में बहुत सहायता मिलेगी. फिलहाल सरकार 4261 Auto को परमिट देगी, जिनमें 33% महिलाओं के लिए आरक्षित रखे गए हैं.
इन ऑटो पर केंद्र सरकार की एक लाख की सब्सिडी से अलग 30 हजार की सब्सिडी भी देगी और दिल्ली सरकार के पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने पर इंट्रेस्ट रेट पर भी 5% की छूट होगी. इसके साथ इन ऑटो को चार्ज करने के लिए हर तीन किलोमीटर के दायरे में चार्जिंग स्टेशन होंगे.
वहीं, महिलाओं को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली सरकार ने महिला चालकों के लिए तीन साल के एक्सपीरियंस को हटाकर एक महीना कर दिया है और लंबाई की बाध्यता को भी हटा दी है. गुरुवार को इसी कड़ी में 50 ऑटो को हरी झंडी दिखाकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रवाना भी किया.
दिल्ली की जनता को बधाई।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 31, 2022
आज से दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक ऑटो चलने शुरू हुए। 20 ऑटो ड्राइवर्स को मैंने खुद RC सौंपी। इनमें महिला ड्राइवर्स भी हैं।
बहुत जल्द दिल्ली की सड़कों पर हज़ारों इलेक्ट्रिक ऑटो दौड़ेंगे। प्रदूषण के ख़िलाफ़ हमारी दिल्ली एकजुट होकर लड़ रही है। pic.twitter.com/g2b8WtKG9V
इन Auto से जहां एक तरफ 0% प्रदूषण होगा, वहीं एक बार में तीन घंटे की चार्जिंग के बाद ये ऑटो 100 किलोमीटर से ज्यादा चल पाएंगे. इन ऑटो की प्रति किलोमीटर रनिंग कॉस्ट भी मात्र 50 पैसे ही आएगी.
सरकार के दावे के अनुसार, अप्रैल के अंत तक दिल्ली में कुल Electric Auto के 33% ऑटो का स्टेरिंग महिलाओं के हाथ में होगा. महिलाओं की सुरक्षा की दृष्टि से भी इन ऑटो में व्यवस्था की गई है.
ये Electric Auto Rickshaw पूरी तरह से जीपीएस से जुड़े हैं और कंट्रोल रूम से इन्हें मॉनिटर किया जा सकता है. यानी दिल्ली सरकार का यह कदम परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ सुरक्षा के मद्देनजर भी महत्वपूर्ण है.