आज के समय में पूरे देश में सोलर सिस्टम की माँग काफी तेजी से बढ़ रही है। बता दें किसी भी सोलर सिस्टम में आपको सोलर पैनल, सोलर बैटरी और सोलर इंवर्टर जैसे प्रोडक्ट्स मिलते हैं। इस लेख में हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि आप अपने सोलर पैनल को अपने बैटरी से कैसे कनेक्ट (How to Connect Solar Panels to Battery) कर सकते हैं।
Step 1: Battery Technology
- Lead Acid Battery
- Lithium Battery
बता दें कि यदि आप सोलर पैनल को अपने बैटरी से जोड़ना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके पास जरूरी जानकारियां होनी आवश्यक है। जैसे कि आपके पास बैटरी कौन सी है - 12 वोल्ट या 24 वोल्ट या 48 वोल्ट। साथ ही, यह भी मायने रखता है कि आपके पास लीड एसिड बैटरी है या लिथियम ऑयन बैटरी।
बता दें कि किसी भी सोलर सिस्टम में Inverter और Charge Controller दो ऐसे कंपोनेंट्स हैं, जो सोलर पैनल को कनेक्ट करने का काम करते हैं।
हालांकि, आप अपने सोलर पैनल को बैटरी से डायरेक्ट भी जोड़ सकते हैं, जैसा कि आज के समय में ग्रामीण क्षेत्रों में होता भी है। लेकिन इससे आपकी बैटरी को Over Charging का खतरा रहता है और इस वजह से आपकी बैटरी जल्दी खराब हो जाती है। ऐसे में, अपनी बैटरी की सुरक्षा के लिए आप सोलर पैनल और बैटरी के बीच Charge Controller लगा सकते हैं। इससे यदि आप कभी Positive को Positive में और Negative को Negative में भी जोड़ देते हैं, तो वैसी स्थिति में भी आपकी बैटरी खराब नहीं होती है।
Step 2: Application
- DC to DC Solution
- DC to AC Solution
Step 3: Solar Panel Specification
बता दें कि आज के समय में सोलर पैनल 12 वोल्ट और 24 वोल्ट की कैटेगरी में आते हैं। जैसे कि यदि आपकी जरूरत 10 वाट, 50 वाट या 225 वाट जैसे सोलर पैनल की है, तो यह 12 वोल्ट में आएगा। लेकिन यदि आपकी जरूरत 440 वाट या 550 वाट के सोलर पैनल की है, तो बता दें कि ये बेहद उच्च दक्षता के सोलर पैनल्स होते हैं और यह आपको 24 वाट में मिलता है।
Step 4: Wiring Connection Process
Battery Wire (DC Wire)
यदि आपके पास 12 वोल्ट का Solar Inverter है, तो यहाँ आपको 12 वोल्ट के एक ही बैटरी की जरूरत होगी और ऐसे में आपको इसे सीरीज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लेकिन यदि आपके पास 12 वोल्ट का Solar Inverter है, तो यहाँ आपको 24 वोल्ट के बैटरी की भी जरूरत होगी। चूंकि, आज के समय में अधिकांश बैटरियां 12 वोल्ट में ही आती है, तो ऐसे में आपको 2 बैटरी को आपस में सीरीज करना होगा। वहीं, यदि 48 वोल्ट का सोलर इंवर्टर है, तो 4 बैटरी को सीरीज करना होगा।
हालांकि, यदि आपको अपने घर में 4 लीड एसिड बैटरी की जरूरत है, तो आप ऐसे में लूम सोलर की CAML 10048 Lithium Ion Battery को भी खरीद सकते हैं।
बता दें कि यह बैटरी 4 लीड एसिड बैटरी के बराबर अकेले है और इसे न ज्यादा रखरखाव की जरूरत पड़ती है और न ही ज्यादा जगह की। साथ ही, इस बैटरी में आपको IOT जैसी अत्याधुनिक सुविधा भी मिलती है, जिससे आप इसे कहीं से भी काफी आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं।
यदि आप अपने घर में एक लिथियम ऑयन बैटरी लगाते हैं, तो ऐसे में आपको इसका सीरीज कनेक्शन भी नहीं करना होगा।
बता दें कि सीरीज कनेक्शन का मतलब एक बैटरी के Negative को दूसरे बैटरी के Positive से जोड़ना होता है। यहाँ आपको फाइनल आउटपुर इंवर्टर से मिलता है।
बता दें कि यदि आपके पास 4 लीड एसिड बैटरी या 1 लिथियम ऑयन बैटरी है, तो इस पर आप कम से कम 2 किलोवाट के सोलर पैनल को काफी आसानी से लगा सकते हैं।
Connection between Battery and Inverter or Charge Controller
यदि आपके पास DC to DC Solution है, तो ऐसे में आपको अपने बैटरी को charge controller से कनेक्ट करने की जरूरत पड़ेगी। यहाँ आपको Positive & Negative wire को बैटरी से कनेक्ट करने का विकल्प भी दिखेगा।
यदि आपके पास आदर्श रूप से 2 किलोवाट तक का सोलर सिस्टम है, तो आप ऐसे में अपने सोलर बैटरी को सीधे कनेक्ट कर सकते हैं। लेकिन यदि आपके पास 3 किलोवाट या इससे अधिक का सोलर सिस्टम है, तो ऐसे में आपको अपने बैटरी के वायर को DC MCB से जोड़ते हुए, सोलर इंवर्टर से जोड़ना होगा। बता दें कि 3 किलोवाट के अधिक से सोलर सिस्टम में आपको Battery Positive and Negative Wire on MCB पर भी जोड़ने का विकल्प मिलता है।
साथ ही, वायरिंग के दौरान ध्यान रखें कि आपका सारा MCB बंद हो। एक बार जब बैटरी और इंवर्टर का कनेक्शन पूरा हो जाए, तो आप सोलर पैनल को सोलर इंवर्टर और चार्ज कंट्रोलर से कनेक्ट कर सकते हैं।
Connection between Solar Panel and Inverter or Charge Controller
किसी भी DC to DC Solution की स्थिति में आपको अपने सोलर पैनल के Positive and negative wire को चार्ज कंट्रोलर से जोड़ने की जरूरत होगी और यदि आप DC to AC solution चाहते हैं, तो आपको अपने सोलर पैनल वायरिंग को सोलर इंवर्टर से कनेक्ट करना होगा।
यदि आपके पास 2 किलोवाट तक का सोलर सिस्टम है, तो आपको यहाँ एक ही DC MCB लगाने की जरूरत होगी। यहाँ आपको PV voltage को चालू या बंद करने का भी विकल्प मिलता है।
लेकिन यदि आपके पास 2 किलोवाट से अधिक का सोलर सिस्टम है, तो आपके अपनी इंवर्टर की क्षमता के अनुसार, DCDB लगाना होगा। यह DCDB 4-in-2-out, 4-in-1-out जैसा कुछ भी हो सकता है।
बता दें कि किसी भी Solar panel wiring के लिए आपको इसके इंस्टालेशन टूल्स की भी जरूरत होती है, ताकि आप इसे आसानी से लगा सकें।
निष्कर्ष
हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा। यदि आप ऐसे ही विषयों के बारे में और अधिक जानकारी हासिल कर, अपने जीवन को बेहद आसान बनाना चाहते हैं, तो नियमित रूप से हमारे साथ बने रहें।
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2 comments
Vinod
Solar panel se invertor charge kaise karenge, bina electricity connection ke light kaise use kare.
anshu kumar
Solar panel me ac dc aur इनफोटर kaise jodte hai