आज भारत खेती - किसानी के मामले में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। आँकड़े बताते हैं कि आजादी के 7 से अधिक दशकों के बाद भी, हमारी आधी से अधिक आबादी किसी न किसी तरीके से खेती पर निर्भर है। लेकिन अच्छी उपज होने के बावजूद किसानों को अनाज सड़ने के कारण काफी नुकसान उठाना पड़ता है। आँकड़े बताते हैं कि अनाज सड़ने के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था को हर साल करीब 93 हजार करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ता है। इन्हीं चुनौतियों को देखते हुए, बीते कुछ वर्षों के दौरान सरकार ने खाद्यान्न सुरक्षा (Food Security in India) को लेकर कई योजनाओं को शुरू कर दिया है।
कोल्ड स्टोरेज का बढ़ता दायरा (Cold Storage in India)
आज के समय में खाद्यान्न सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने Cold Storage Installation को काफी बढ़ावा देना शुरू कर दिया है। इससे किसानों को भी काफी फायदा हो रहा है।कोल्ड स्टोरेज में आप कोई भी सब्जी, फल, मीट आदि जैसे कई खाद्य पदार्थों को लंबे समय तक के लिए रख सकते हैं और जरूरत पड़ने पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
कितनी मिलती है सब्सिडी (Subsidy For Cold Storage)
बता दें कि सरकार द्वारा कोल्ड स्टोरेज की स्थापना के लिए अलग - अलग नियम हैं। जैसे कि यदि आप कोल्ड स्टोरेज के लिए सोलर पैनल लगवा रहें है, तो आपको 12 लाख रुपये तक की सब्सिडी मिलती है।इस स्कीम में ग्राहक सरकारी सब्सिडी का अमाउंट 3 साल तक अपने खाते में नहीं निकाल सकतें है।
अपनाएं सोलर (Solar Solution for Cold Storage)
बता दें कि यदि आप कोई भी सामान्य क्षमता के कोल्ड स्टोरेज को शुरू करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 2 - 3 बीघा जमीन की जरूरत पड़ती है और आप इसे बिना बिजली के नहीं चला सकते हैं।
यदि आप शहरी क्षेत्र में हैं तो आपको बिजली की दिक्कत तो नहीं होगी। लेकिन यदि आप किसी दूरदराज के क्षेत्र में हैं, तो ऐसे इलाकों में बिजली की काफी समस्या होती है। इस वजह से आपको अपने कोल्ड स्टोरेज को चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अपने कोल्ड स्टोरेज के बिजनेस को पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने के लिए आप सोलर एनर्जी (Cold Storage on Solar Energy) की ओर रुख कर सकते हैं।
कितनी क्षमता के सोलर सिस्टम की जरूरत पड़ेगी?
यदि आप अपने कोल्ड स्टोरेज को बिजली के मामले में आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आप 100 किलोवाट के सोलर सिस्टम (100kW Solar System) को अपना सकते हैं। बता दें कि यह सिस्टम आपकी कोल्ड स्टोरेज की छत पर आसानी से लग जाएगा।
अपना सकते हैं Mini Portable Cold Storage भी
आज के समय में बड़े पैमाने पर कोल्ड स्टोरेज को लगाना काफी महंगा और इसे हर कोई नहीं कर सकते हैं। लेकिन आज देश में Mini Portable Cold Storage का चलन तेजी से बढ़ रहा है। यह एक ऐसा सिस्टम होता है, जहाँ किसान फसल उगाते हैं, उसे वहीं पर स्टोर कर सकते हैं। इसमें एक कंटेनर होता है, जहाँ बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए Off Grid Solar System का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि इसमें मूल रूप से आपको 10 से 20 किलोवाट के सिस्टम की जरूरत पड़ती है। इससे किसानों का फसल खराब नहीं होता है और अपने उत्पादों को रखने के बदले वे आपको पैसे देते हैं। इसके व्यापक विस्तार से देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
कोल्ड स्टोरेज में सोलर लगाने के कौन - कौन से मॉडल हैं?
बता दें कि किसी भी कोल्ड स्टोरेज में सोलर सिस्टम लगाने के लिए आज के समय में कई मॉडल हैं, जैसे - CapEx, Opex या खुद से।
जैसे कि यदि आप अपने कोल्ड स्टोरेज पर सोलर सिस्टम लगाते हैं, तो इसमें आपको 1 से 1.5 करोड़ का जो भी खर्च आता है, उसे आपको ही भरना है। इसके बदले किसान आपके यहाँ जो अनाज रखेंगे आपकी उससे कमाई होगी।
वहीं, CapEx और Opex मॉडल यह है कि कोई कंपनी आपके छत पर सोलर सिस्टम लगाएगी और आप जो बिजली बिल अभी सरकार को देते हैं, आपको कंपनी को देना है। इससे आपको एक रुपया लगाए बिना भी आपकी छत पर सोलर लग जाएगा।
ROI कितने दिनों में मिलेगा?
बता दें कि यदि आप कोल्ड स्टोरेज बिजनेस में 1 से 1.5 करोड़ रुपये लगाते हैं, तो आपको इसका ROI (Return on Investment) 3 से 4 साल में आसानी से मिल जाएगी। इसके बाद आपकी जो भी कमाई होगी। आप फायदे में ही रहेंगे।
बता दें कि यदि आप इस बिजनेस में उतरना चाहते हैं, तो 1 करोड़ रुपये में से करीब 70 - 80 लाख रुपये लोन के रूप में मिल जाएगा और आपको 10 से 20% अपना खर्च करना होगा। इसके अलावा आपको सब्सिडी तो मिल ही जाएगी।
कैसा सोलर सिस्टम लगेगा?
बता दें कि कोल्ड स्टोरेज में आपको Grid Connected Solar System या Microgrid लगाना होगा। किसी भी कोल्ड स्टोरेज में सबसे बड़ी परेशानी यह होती है कि इसमें बहुत सारे ऐसे कूलिंग मशीनरीज होते हैं, 3 फेज बिजली के चलते हैं। वैसे इलाकों में, जहाँ बिजली हमेशा रहती है आप Grid Connected Solar System लगा सकते हैं। लेकिन यदि बिजली कटौती की समस्या है तो आपको Microgrid लगाना होना। यहाँ यदि आपको Net Meter का अप्रूवल मिलता है, तो आप बिजली सरकार को भी बेच सकते हैं।
सोलर सिस्टम के पार्ट्स (Solar System Parts)
बता दें कि आपको सोलर सिस्टम के अंतर्गत Solar Panel, Grid Connected Inverter, Solar Stand जैसे प्रोडक्ट्स मिलेंगे। यदि आप माइक्रोग्रिड लगाते हैं, तो आपको Lithium Ion Battery, Hybrid Inverter लेना होगा।
कोल्ड स्टोरेज के पार्ट्स (Cold Storage Parts)
कोल्ड स्टोरेज के मुख्य पार्ट्स - Compressor, Bunker Coil, Condenser, Receiver Storage आदि हैं। बता दें कि यदि आप कोल्ड स्टोरेज में आलू स्टोर कर रहे हैं, तो आपको 1 से 2 डिग्री सेल्सियस तापमान को निरंतर बनाए रखने की जरूरत होती है। इसमें कूलिंग के लिए अमोनियम गैस का इस्तेमाल किया जाता है।
निष्कर्ष
हमें पूर्ण विश्वास है कि कोल्ड स्टोरेज कैसे शुरू करें विषय पर आधारित यह लेख आपको पसंद आएगा। यदि आप अपने बिजनेस को सोलर एनर्जी के माध्यम से पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो लूम सोलर के ही उत्पादों को चुनें।
क्योंकि हम देश के नंबर 1 सोलर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हैं और हम अत्याधुनिक तकनीकों से लैस सोलर उत्पादों को बनाने के लिए जाने जाते हैं। यदि आप सोलर के विषय में कोई भी जानकारी हासिल करना चाहते हैं, तो अभी हमसे संपर्क करें। हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद के लिए हमेशा ही तैयार रहते हैं।
3 comments
Rehman
Cold storage
Vijay singh
Hme coldstor kholna hai please solar energy ke sath please iski puree jankari chahiye
Tusharkumar Patel
Well, i am a solarprenuer.
It’s a amazing to join solar energy with cold storage. Also add turbine for agriculture lands used by solar.wind energy also created anywhere with solar energy.
Thank you 🙏