हर जगह पर सबसे पहले बिजली और पानी की जरूरत को ही पूरी की जाती है. भारत ने वैसे तो बीती कुछ सदियों में कई बदलाव और विकास देखा है, पर हमारे देश में बिजली में पावर कट की समस्या आज भी काफी जगहों में मौजूद है. शहरों में भी यह समस्या पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है, चाहे वो घर, ऑफिस, फैक्ट्री, और शोरूम हो। इस दिक्कत को दूर करने के लिए कुछ उपाय भी हैं, जैसे जनरेटर का इस्तेमाल करना या इन्वर्टर बैटरी का इस्तेमाल करना.
Perfect Energy Storage
2 times battery life, consumes 50% less space, needs no maintenance & takes 60% less recharge time
इसकी क्या ज़रूरत है?
थोड़े समय के पावर कट के लिए इन्वर्टर बैटरी (Inverter Battery) का इस्तेमाल लाज़मी है. घर में इन्वर्टर बैटरी (Inverter Battery for Home) पर सभी उपकरण चलाये जा भी सकते हैं, लेकिन Commerical Location की बात करें तो वहाँ के उपकरण इन्वर्टर बैटरी पर चलाना संभव नहीं है। इसीलिए, ऐसी जगहों में और ऐसे हालातों में जेनरेटर की ज़रूरत पड़ती है। वैसे तो इंडिया के कुछ राज्यों में प्रदूषण के कारण जनरेटर (Generator) पर बैन किया हुआ है जिसके कारण ऑफ़िस और फ़ैक्टरी सिर्फ़ बिजली पर ही चलाये जा सकते हैं, लेकिन आज भी, 70-75% कमर्शियल जगहों पर भारतीय जनरेटर का इस्तेमाल करते हैं.
Source: https://indianexpress.com/article/cities/delhi/ban-on-use-of-diesel-generator-sets-lifted-delhi-ncr-7778783/
क्या है इसके फ़ायदें?
बेशक जनरेटर के नुक्सान ज़्यादा और फायदें काम हैं, आज भी काफी सारे लोग इसका ही इस्तेमाल करते हैं, खासकर के ऐसी जगहों और वक़्त में जहाँ पावर बैकअप (Power Backup) की ज़्यादा ज़रुरत होती है. पर, ऑफिस, मेडिकल क्लिनिक, ज्वेल्लेरी की दूकान या शोरूम, आइस-क्रीम फैक्ट्री, सब्जी मंडी के कॉम्प्लेक्स जैसी जगहों पर ग्रिड से उत्पन बिजली और इन्वर्टर बैटरी ही लगायी सकते है क्योंकि ऐसे जगहों में जनरेटर की इंस्टॉलेश करना मुमकिन नहीं है. तो इस समस्या को दूर करने के लिए उनको ऐसी बैटरी की ज़रूरत है जो Maintenance Free, Long Lasting, Fast Charging, Maximum Backup Time, और Easy Installation Features के साथ हो।
ऐसी ही सारी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए लूम सोलर ने एक नयी टेक्नोलॉजी की बैटरी (CAML १००) बनायी है जो इन सभी ज़रूरतों को पूरी करती है। इसको समझने के लिए एक ऑफ़िस का उदाहरण लेते है जहां पर लाइट, पंखा, कम्प्यूटर, प्रिंटर, इंटरनेट और AC चलतें हैं और लगातार लगभग 1500 – 5000 Watt की लोड पावर की रहती है। आज के समय में पावर कट 5 मिनट, 10 मिनट और ऐसे ही कई मिनटों को मिलाकर पूरे दिन में लगभग 2 घंटे की पावर कट होती है तो ऐसे में पावर बैकअप ( Battery Backup) की जरूरत होगी। यहाँ पर सिर्फ दो ही विकल्प बचतें हैं- Generator या फिर CAML Inverter Battery।
Difference between Generator & CAML Battery
यह बड़े पैमानों पर समझतें हैं नीचे दी गयी एक टेबल के ज़रिये जिसमें 15kW के पावर की ज़रुरत होती है:
Compression Parameters | Generator | CAML Inverter Battery |
Initial Cost | Rs. 2,10,000 | Rs. 7,50,000 |
Operating Cost (2 hrs.) | Rs. 1,000/day | Rs. 225/day |
Maintenance Cost (per month) | Rs. 400 | Nothing |
Installation Space | 400 Sq.ft. | 10 Sq.ft. |
Manpower | One Manpower | Nothing |
इसके अलावा और भी कई सारे फ़ायदे और नुक़सान है जैसे कि, जेनरेटर को किसी भी मौसम में चलाया जा सकते है, वहीं पर यदि, ऑफ़िस वर्किंग समय में बैटरी खत्म हो जाए तो तो मुश्किल खड़ी हो सकती है. ऐसी मुश्किल से बचने के लिए सोलर पैनल (Solar Panel) लगवा सकता है। पर इसके लिए, सबसे पहले आपको यहाँ की ज़रुरत पता करना होगा है. इसके लिए आपको अपने यहाँ एक सोलर एक्स्पर्ट के सलाह की ज़रूरत पड़ेगी।
निष्कर्ष
अब आपको यह तो काफी अच्छे से पता चल ही चूका होगा की आपके लिए क्या बेहतर है और क्यों आपको Inverter Battery लेनी चाहिए.
1 comment
BICHITRANANDA PAHI
As I installed 3 nos. 150 wp lithium batteries .
Feedback given by customer
Battery discharged only 50 wp to 70 wp after it fully charged. This is only 50% as compared company mentioned 100% discharged. So whether batteries are not tested before despatched or there is some misunderstanding about 100% discharged .