देश के कई राज्यों में Power Cut, जानें क्या है इसका हल...

आज के समय में पूरे देश में गर्मी काफी बढ़ गई है। ऐसे में हीट वेव के कारण पावर कट की समस्या काफी बढ़ गई है। इस केस में बिजली खपत की  डिमांड पीक पर पहुँचा हुआ है। इसी वजह से आज भारत में प्रति दिन बिजली की खपत लगभग 250 गीगावाट तक पहुंच चुका है और दिन के समय में बड़े बड़े शहरों में भी 3 से 4 घंटे तक पावर कट की समस्या आ रही है। वहीं, सरकार ने जनरेटर के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दी है बड़े शहरों में। प्रदूषण की रोकथाम के लिए।

इस कारण से आज देश में 3 Scenario बने हैं।

पहला - जिनका बेसिक जरूरतें जैसे कि पंखा, फ्रीज, लाइट के लिए बिजली की जरूरत है।

दूसरा - पावर कट की समस्या, घर में ज्यादा दिक्कत तो नहीं आती है। लेकिन ऑफिस में स्टॉफ बैठे रहते हैं। पावर कट के कारण। इस वजह से बिजनेस को काफी नुकसान होता है। बैकअप सॉल्यूशन 1 घंटे का होता है।

तीसरा - मैन्युफैक्चरिंग प्लांट, जितने भी इंडस्ट्रियल एरिया हैं, जहां एमएसएमई काम कर रही है, तो वहां बिजली नहीं रहती है तो काफी दिक्कत होती है बिजनेस चलाने में। आप यहां जनरेट चला नहीं सकते हैं रोक के कारण।

सॉल्यूशन क्या है?

जो ग्रामीण इलाके के आम ग्राहक हैं, उनको अपने पुराने इंवर्टर बैटरी को चार्ज करने के लिए सोलर चाहिए। वे 225 वाट का 3 सोलर पैनल लगा सकते हैं। या 455 वाट का 2 पैनल लगा सकते हैं। इसके साथ उन्हें सोलर चार्ज कंट्रोलर और पैनल स्टैंड और वायर भी लेना होगा।

दूसरा ग्राहक कमर्शियल वाले हैं - इन्हें क्या दिक्कत है कि आज कई लोगों के पास लीड एसिड बैटरी होता है, जो ज्यादा बैकअप नहीं देता है। और जल्दी चार्ज भी नहीं होता है। इसलिए उन्हें सबसे पहले लिथियम ऑयन बैटरी खरीदनी चाहिए। इसके साथ वे इंवर्टर लगा कर अपना बैक अप बढ़ा सकते हैं। 

यदि आप 4 घंटे का बैकअप सॉल्यूशन खोज रहे हैं, तो आपको कम से कम 20 KWH का बैटरी खरीदना होगा। साथ में आपको 10 किलो वाट का इंवर्टर भी खरीदना होगा।

तीसरा सॉल्यूशन है, इंडस्ट्रियल वाले का - तो यहां बिजली की सबसे ज्यादा जरूरत होती है मोटर चलाने के लिए। इंवर्टर बैटरी पर मशीनरी तो नहीं चल पाएगा, यहां मशीनरी में ज्यादातर मोटर ही होते हैं। तो मोटर के लिए VFD सबसे बेस्ट ऑप्शन है।

इसे लगाने के लिए आपके यहाँ एक इंजीनियर विजिट अनिवार्य है। नहीं, तो आपको अपने साइट को डेवलप करने में काफी दिक्कत आएगी। 1000 रुपये के खर्च पर अपने स्पेस, सोलर कोटेशन, आउटपुट, आदि के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर सकते हैं।

निष्कर्ष

हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आएगा। यदि आप अपने घर में सोलर सिस्टम लगा कर खुद को बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो अभी हमसे संपर्क करें। हमारे एक्सपर्ट्स आपकी मदद के लिए हमेशा ही तैयार रहते हैं।

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