Group Housing Society के लिए क्या है सोलर सॉल्यूशन?

आज के समय में पूरे देश में रियल एस्टेट का बिजनेस काफी तेजी से बढ़ रहा है, विशेष रूप से मुंबई, पुणे, दिल्ली, अहमदाबाद, सूरत, चेन्नई, कोलकाता, बैंगलोर और हैदराबाद जैसे महानगरों में। बता दें कि ये ऐसे शहर हैं, जहाँ की आबादी 40 लाख से भी अधिक है और लोगों को नौकरी - पेशा का सबसे अधिक साधन मिलता है। इसके साथ ही, इन शहरों में ट्रांसपोर्टेशन,  कनेक्टिविटी, हेल्थ केयर, एंटरटेनमेंट, एजुकेशन जैसी सुविधाएं भी टियर 2 शहरों के मुकाबले काफी अच्छी होती है।

यहाँ के लोगों की जीवन शैली काफी अत्याधुनिक होती है और वे ज्यादातर गेटेड सोसाइटी में रहना पसंद करते हैं। इसकी वजह यह है कि यहाँ उन्हें सिक्यूरिटी, स्कूल, जिम, पार्क, स्विमिंग पूल, मेडिकल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, आदि जैसी तमाम सुविधाएं एक ही जगह पर मिल जाती है।

बता दें कि यहाँ आपको लिफ्ट, लाइट, पानी की मोटर, सीसीटीवी कैमरा, म्यूजिक सिस्टम, कंट्रोल रूम के उपकरण, पार्किंग लाइट आदि जैसी कई आवश्यक सुविधाएं मिलती हैं, जिनके लिए आपको एक बड़े पैमाने पर बिजली की आवश्यकता होती है।

दरअसल, इन महानगरों में एक ही सोसायटी में कई टावर/बिंग्स/ब्लॉक होते हैं और एक टावर में कई फ्लोर और एक फ्लोर में कई फ्लैट्स होते हैं। यदि बात करें इसके दायरे के बारे में, तो आम तौर पर एक टावर का क्षेत्रफल करीब 1 हजार से 2 हजार वर्ग फीट के करीब होता है।

इन जगहों पर बिजली की जो भी खपत होती है, उसका बिल टावर के मालिक को भरना पड़ता है।

बता दें कि एक टावर से एक महीने में 25 से 30 हजार रुपये का बिजली बिल आना काफी आम बात है और लोगों को हमेशा एक ऐसे विकल्प की तलाश होती है, जिससे वे अपने इस भार बिजली बिल को कम कर सकें। ऐसे में, उनके लिए अपने टावर में सोलर सिस्टम को लगवाना सबसे अच्छा उपाय है।

लेकिन यदि आप अपने महीने के अंत में आने वाले बिजली बिल को पूरी तरह से कम करने के लिए, अपने टावर में Solar System Install करना चाहते हैं, तो इसे लेकर आपके मन में कई तरह के सवाल भी होते हैं। जैसे कि आपको कौन सा Solar System लगाना चाहए, जो हल्के उपकरणों के साथ साथ एसी या इंडक्शन जैसे भारी उपकरणों को भी आसानी से चला सके। तो इस लेख में, हम आपको  Group Housing Society में Solar System Installation के विषय में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे पढ़ कर आपका काम काफी आसान हो जाएगा।

ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी के लिए मुझे कौन सा सोलर सिस्टम लगाना चाहिए? (Which solar system should I install for Group Housing Society?) 

on grid solar system

बता दें कि यदि आप किसी हाउसिंग सोसायटी के लिए सोलर सिस्टम का चुनाव करना चाहते हैं, तो इसका आसान जवाब है कि यहाँ आपको ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम (On grid Solar System) लगाना होगा। लेकिन हम यह भी समझते हैं कि Solar Installation के पीछे आपका उद्देश्य अपने बिजली बिल को कम करने के साथ ही, जनरेटर को सोलर एनर्जी से रिप्लेस करना है, ताकि आपको इस पर आने वाले भारी खर्च से राहत मिल सके।

आपकी जरूरतों को समझते हुए, Loom Solar द्वारा आपको पूरे देश के हर हिस्से में इंजीनियर विजिट की सुविधा प्रदान की जाती है। यदि आप साइट सर्वे की बुकिंग करते हैं, तो हमारे इंजीनियर आपके यहाँ जाएंगे और आपकी जरूरतों और जगह को देखते हुए, आपको एक समग्र Solar Solution प्रदान करते हैं। 

सोलर एनर्जी अपनाने के मुख्य लाभ क्या हैं? (What are the main benefits of going solar?)

benefits of solar energy

बता दें कि सोलर एनर्जी ऊर्जा का एक ऐसा साधन है, जो कभी खत्म नहीं हो सकता है और इसके लिए हमें बिजली की तरह कोई बिल नहीं भरनी पड़ती है। यदि आपने अपने घर में अपनी जरूरत के हिसाब से एक बार सोलर सिस्टम को इंस्टाल करवा लिया, तो आप बिजली के मामले में सालों साल के लिए आत्मनिर्भर बन सकते हैं।

बता दें कि आज के समय में, अधिकांश लोगों का रूफ ऐसे ही खाली पड़ा रहता है। ऐसे में आप यदि जगह के हिसाब से उस पर सोलर लगवा देते हैं, तो आपको कमाई का एक स्थायी साधन मिल जाता है।

बता दें कि भारत एक ऐसा देश है, जहाँ पूरे साल के 365 दिनों में से 300 दिनों तक सोलर पैनल से बिजली काफी आसानी से बन सकती है। यदि आप इसे किसी हाउसिंग सोसायटी में लगाते हैं, तो इसके कुछ फायदे निम्न हैं -

1. Save Electricity Bill: किसी भी टावर में सोलर सिस्टम लगाने के बाद, आप हर महीने कम से कम 80 से 90 प्रतिशत बिजली बिल को काफी आसानी से बचा सकते हैं। 
2. Reduce CO2 Emission: बता दें कि 1 किलोवाट का सोलर पैनल अपने पूरे जीवन काल में कम से कम 16 टन CO2 कम करता है, जो 28 पेड़ों के लगाने के बराबर है। ऐसे में, आप अपने छत पर सोलर पैनल लगा कर, पर्यावरण संरक्षण के वैश्विक प्रयासों को भी मजबूती दे सकते हैं। 

किसी भी हाउसिंग सोसायटी में रूफटॉप सोलर लगाने पर औसतन कितना खर्च आता है? (How much is avg. cost of rooftop solar installation for Group Housing Society?)

cost of solar system for group housing society

बता दें कि आज के समय में किसी भी हाउसिंग सोसायटी में 100 किलोवाट या 200 किलोवाट का बिजली कनेक्शन होता है और यदि किसी इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड ने वर्तमान ट्रांसफार्मर क्षमता पर 80%-100% सोलर एनर्जी को मंजूरी दी और यदि वह सोसायटी 100 किलो वाट का रूफटॉप सोलर लगाना चाहती है, तो इसमें आपको 50 लाख रुपये से 60 लाख रुपये तक का खर्च काफी आसानी से आता है। हालांकि, यह खर्च इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किसी सोलर ब्रांड, कैपिसिटी, आदि के Solar Products का चुनाव कर रहे हैं। बता दें कि यदि आप एक बार इतना निवेश कर देते हैं, तो आपको इसका ROI 2 से 3 वर्ष में काफी आसानी से मिल जाता है और इसके बाद आपको 25 से 30 वर्ष तक हमेशा मुफ्त और निर्बाध बिजली मिलती रहेगी।

बता दें कि लूम सोलर आज के समय में भारत की नंबर 1 सोलर कंपनी है, जो आपको Super high efficiency solar panels, जैसे कि शार्क 550 (मोनोफेशियल/बाइफेशियल) और सोलर इन्वर्टर - फ्यूजन 3kW से 100kW GTI इन्वर्टर प्रदान करती है। यदि आप खुद को सोलर एनर्जी की ओर शिफ्ट करने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो आप बिना किसी हिचक के लूम सोलर से जुड़ें। 

क्या सरकार हाउसिंग सोसायटी के लिए सोलर सब्सिडी की सुविधा देती है? (Does the Government Provide Subsidies for Group Housing Society?)

बिल्कुल। यदि आप किसी भी हाउसिंग सोसायटी में सोलर सब्सिडी का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको यहाँ प्रति किलो वाट 7200 रुपये तक की सब्सिडी काफी आसानी से मिलती हैं।

क्या हाउसिंग सोसायटी को फाइनेंस की सुविधा मिलती है? (Does Rooftop Solar Finance Facility for GHS?)

हाँ बिल्कुल। बता दें कि आज के समय में Car Loan और Home Loan की तरह Solar Loan की सुविधा भी काफी आसान हो गई है। यदि आप अपने छत पर सोलर लगाने के लिए लोन की सुविधा का आनंद लेना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको Down Payment के रूप में, कुल खर्च का केवल 20 प्रतिशत भरने की जरूरत है और शेष राशि आप हर महीने EMI के रूप में भर सकते हैं। बता दें कि यहाँ कोई भी ग्राहक अपनी Monthly EMI को अपने मासिक बिजली बिल के बराबर कर सकता है। इसके लिए हमने कई बैंकिंग और नॉन-बैंकिंग पार्टनर्स के साथ हाथ मिलाया है।अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें -  https://loan.loomsolar.com/

सोलर पैनल लगाने के लिए कितनी जगह की जरूरत होती है? (How much area is required for solar panel installation?)

बता दें कि 1 किलो वाट के सोलर पैनल को लगाने के लिए आपको कम से कम 60 से 80 वर्ग फीट जगह की जरूरत होती है। हालांकि, साइट सर्वे के आधार पर सोलर कंपनियों को सौलर पैनल स्टैंड (माउंटिंग स्ट्रक्चर) को कस्टमाइज करने की जरूरत होती है। आम तौर पर, किसी भी आरसीसी रूफटॉप के लिए High Rise Structure सबसे अच्छा होता है। वहीं, Asbestos roof के लिए टिन शेड।

निष्कर्ष

आज देश में रियल एस्टेट का बिजनेस जितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, उतनी ही तेजी से यह सेक्टर Solar Energy को भी अपनाएगा। क्योंकि आज Green Houses बनाने का चलन भी काफी तेजी से बढ़ रहा है और यह सेक्टर उसमें एक्सपर्ट है। सरकार द्वारा भी Green Houses को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है। यह एक ऐसा प्रयास है, जिससे कार्बन फूट प्रिंट में काफी कमी आ सकती है। यदि आप ऐसे ही विषयों के बारे में और अधिक जानकारी हासिल करते हुए, अपने जीवन को बेहद आसान बनाना चाहते हैं, तो नियमित रूप से हमारे साथ बने रहें।

1 comment

Shankar Sahu

Shankar Sahu

Mujhe society ke liye solar ki jankari chahiye

Leave a comment