क्या है VRV AC, जानिए फायदे?

आज के समय में पूरे देश में भीषण गर्मी पड़ रही है। ऐसे में लोग गर्मी से राहत पाने के लिए अपने घरों और बिजनेस स्पेस में बड़े पैमाने पर एसी लगा रहे हैं। तो, इस लेख में हम आपको VRV या VRF AC के बारे में बताने जा रहे हैं।

क्या है VRV or VRF AC?

बता दें कि VRV AC का मतलब होता है - variable refrigerant volume और VRF का मतलब होता है - variable refrigerant flow। दोनों एक ही टेक्नोलॉजी है। बता दें कि यह टेक्नोलॉजी बाजार में पूरी तरह से नयी है और इसे सबसे एडवांस माना जाता है।

कहाँ होता है इस्तेमाल 

बता दें कि इस एसी का इस्तेमाल मॉल, कांफ्रेंस रूम, मूवी थिएटर जैसे कई स्थानों पर होता है। 

VRV AC Technology

VRV AC एक ऐसी एसी है, जिसमें सभी का Compressor एक ही होता है। इसे आसान भाषा में Outer Unit कहा जाता है। वहीं, इसका Multiple Indoor Unit होता है।

जैसे कि यदि आपके पास एक 3 बीएचके का घर है और उसमें आपको 3 कमरे में एसी लगाने की जरूरत है, तो इस लिहाज से आपको एक ही घर में Multiple AC लगाने की जरूरत पड़ जाती है। लेकिन उसका Outdoor Unit एक ही रहता है, जिससे आपको अपने घर में काफी जगह की बचत होती है। साथ ही, इसमें Power Consumption भी कम होता है। 

एसी में सबसे ज्यादा बिजली की खपत कहाँ होती है?

बता दें कि किसी भी एसी में बिजली की सबसे ज्यादा खपत, Compressor में होता है। इसमें जितना लिखा होता है, उससे कम से कम 5 से 10 प्रतिशत ज्यादा बिजली की खपत होती है।वहीं, VRV AC के साथ फायदा यह है कि आप अपने Indoor Space में कई एसी लगा सकते हैं और आपके आउटडोर स्पेस में एक ही एसी लगेगा।इससे आपको अपने घर की खिड़की पर एसी लगाने की जरूरत नहीं पड़ती है और आपको काफी जगह की बचत होती है।

Solar System की भूमिका 

बता दें कि पहले के समय में एक एसी का कनेक्शन एक ही जगह से होता था और दूसरे का दूसरे जगह से। लेकिन आज ऐसा नहीं है। VRV AC का आउटडोर यूनिट एक ही होता है। इसमें आपको जगह बचने के साथ ही, बिजली की भी काफी बचत होती है। क्योंकि इसमें आपके आउटडोर यूनिट में बिजली जाएगी, तभी इंडोर यूनिट में हवा चलेगी।

इस तरह, यदि आप पहले वाले यूनिट को स्टार्ट करते हैं, आगे वाला यूनिट तभी स्टार्ट होता है। बता दें कि VRV AC में आप कोई भी एसी चालू करेंगे, आपका कंप्रेशर चलता ही रहेगा, जो एक बड़ी समस्या भी बनती जा रही है।

इसका समाधान क्या है?

बता दें कि इस एसी का इस्तेमाल वैसे जगहों पर होता है, जहाँ पर बिजली कटौती की ज्यादा समस्या नहीं होती है या लोगों के पास Power Backup Solution हमेशा होता है। जैसे कि दिल्ली और मुंबई जैसे शहर।ऐसे में, आप अपनी एसी को चलाने के लिए अपने यहाँ Grid Connected Solar System लगा सकते हैं।बता दें कि VRV AC को चलाने के लिए आपको करीब 20 से 30 किलोवाट बिजली की जरूरत होती है। यही कारण है कि लोग इसे चलाने के लिए Grid Connected Solar System लगाना पसंद करते हैं।

कैसे लगाएं सोलर सिस्टम

बता दें कि यदि आप अपने VRV AC को चलाने के लिए अपने यहाँ सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एक Site Survey की बुकिंग करनी होगी। यह सेवा हम आपको देश के किसी भी हिस्से में केवल 1 हजार रुपये की फीस पर काफी आसाना से उपलब्ध कराते हैं।

एक बार साइट सर्वे की बुकिंग फाइनल हो जाने के बाद, हमारे इंजीनियर आपकी साइट पर जाएंगे और उसके बाद आपको एक Solar Feasibility Report देंगे। इसके बाद, आपको खर्च का Quotation दिया जाएगा। फिर, Production Selection होगा।

आपके द्वारा सोलर उत्पादों को एक बार चुन लेने के बाद, आपके यहाँ सोलर इंस्टालेशन का काम शुरू हो जाएगा। इसके बाद, आपके यहाँ Net Meter लगेगा। फिर, यदि आपने Solar Subsidy के लिए आवेदन किया है, तो आपको सरकार द्वारा सोलर सब्सिडी दी जाएगी। 

कितने किलोवाट का सोलर सिस्टम लगेगा?

बता दें कि आपके यहाँ कितने किलोवाट का सोलर सिस्टम लगेगा, यह पूरी तरह से Site Survey पर निर्भर करता है। हालांकि, एक अनुमान के मुताबिक, आपके यहाँ जितने किलोवाट का नेट मीटर लगा हुआ है। आप उसके 80 से 100 प्रतिशत तक का सोलर सिस्टम लगा सकते हैं। बशर्ते की आपके पास उतनी जगह हो।बता दें कि आपको On Grid Solar System के मामले में प्रति किलोवाट 70 से 75 हजार रुपये का खर्च आता है।

निष्कर्ष

हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। यदि आप अपने घर में सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं और खुद को बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो अभी हमसे संपर्क करें। हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद के लिए हमेशा पूरी तरह से तैयार रहते हैं।

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Krishna kumar jhunjhunwala

Krishna kumar jhunjhunwala

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