आज निरंतर महंगे होते डीजल और पेट्रोल और जलवायु परिवर्तन (Climate Change) से संबंधित उभरती चुनौतियों के कारण पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) की धूम है। आज भारत में भी लोगों ने अपनी यातायात संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों (Two Wheeler Electric Vehicle) को बड़े पैमाने पर अपनाना शुरू कर दिया है, लेकिन इलेक्ट्रिक कारों (Electric Cars In India) को खरीदने से लोग कतराते हैं।
आज भारत में डीजल और पेट्रोल के हर दिन महंंगें होने के बावजूद, लोग इलेक्ट्रिक कारों को खरीदने से इसलिए कतराते हैं कि भारत में सड़कों की स्थिति बेहद खराब है।
जैसे कि मान लीजिए कि यदि किसी व्यक्ति को कार से दिल्ली से पटना जाना है, तो ऐसे में करीब 1000 किलोमीटर की दूरी तय करने में ही लोगों को करीब 20 घंटे लग जाते हैं। लेकिन दूसरे देशों में ऐसा नहीं है। वहाँ 1000 किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों को ज्यादा से ज्यादा 5 से 6 घंटे का वक्त लगेगा।
वहीं, दूसरी चिंंता यह है कि यदि वह 1000 किलोमीटर की दूरी इलेक्ट्रिक वाहन से तय कर रहे हैं और बीच में उनके कार की बैटरी अगर डिस्चार्ज हो जाती है, तो हमारे देश में फिलहाल इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए फिलहाल कोई खास व्यवस्था नहीं है।
इसके अलावा, आँकड़े यह भी बताते हैं कि आवासीय क्षेत्रों में रहने वाले 40 प्रतिशत लोगों को इलेक्ट्रिक कार लेने के दौरान उसकी चार्जिंग की चिन्ता होती है और 41 प्रतिशत लोगों का मानना है कि अभी उनके इलेक्ट्रिक कार को चार्ज होने में काफी वक्त लगता है और उनके पास समय की काफी कमी है। यही कारण है कि आज लोग इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) की तुलना में डीजल और पेट्रोल से चलने वाली कार को खरीदते हैं। (रिपोर्ट - https://hindi.cnbctv18.com/auto/top-main-reason-in-india-where-customers-do-not-buy-electric-cars-7236.htm)
वहीं, कुछ लोगों के पास Long Drive के लिए एक कार पहले से ही होती है और वे Electric Car को अपने Secondary Uses के लिए खरीदते हैं।
बढ़ता है बिजली बिल
यदि आपने डीजल और पेट्रोल की महंगाई से राहत पाने के लिए इलेक्ट्रिक कार ले लिया है, तो आपको इसे पावर ग्रिड से चार्ज करने में भी प्रति घंटे 300 से 350 रुपये का खर्च आसानी से आएगा। हालांकि, यह खर्च पहले की अपेक्षा थोड़ी कम होती है।
ऐसे में, कई लोगों को इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) में निवेश करना, काफी महंगा सौदा लगता है। लेकिन उन्हें अब डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, अपने घर में सोलर सिस्टम को इंस्टाल (Solar System Installation) कर वे अपने हर महीने आने वाले बिजली बिल को जीरो कर सकते हैं।
कितने का सोलर सिस्टम लें
अपने घर में सोलर सिस्टम इंस्टालेशन क्षमता को पता लगाने का सबसे आसान तरीका यह है कि यदि आपके यहाँ हर महीने करीब 5 हजार का बिजली बिल आ रहा है, तो आप अपने घर में 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम को लगा लें। इससे आपका बिजली बिल जीरो हो जाएगा।
5 किलोवाट के सोलर सिस्टम पर क्या - क्या चलेगा?
बता दें कि यदि आप अपने घर में 5 किलोवाट का सोलर सिस्टम लेते हैं, तो इससे आप अपने इलेक्ट्रिक कार को आसानी से चार्ज करने के अलावा, एसी, फ्रिज, इंडक्शन, पानी का मोटर, लाइट, पंखा, टीवी आदि जैसे कई सुविधाओं का आनंद भी ले सकते हैं।
5 किलोवाट के सोलर सिस्टम में क्या - क्या आएगा?
बता दें कि 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम में आपको 10 सोलर पैनल, लिथियम ऑयन बैटरी, हाइब्रिड इन्वर्टर, वायर केबल, सोलर स्टैंड जैसे प्रोडक्ट दिए जाएंगे।
कितना खर्च आएगा
यदि आप अपने घर में 5 किलोवाट के सोलर सिस्टम को लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको करीब 5 लाख रुपये खर्च करने होंगे।
ले सकते हैं सोलर लोन का लाभ
हो सकता है कि इलेक्ट्रिक कार के साथ सोलर सिस्टम खरीदना आपके लिए काफी महंगा सौदा साबित हो। लेकिन आपको परेशान होने की कोई बात नहीं है। क्योंकि आज बाजार में होम लोन (Home Loan) और कार लोन (Car Loan) की तरह सोलर लोन (Solar Loan) की सुविधा भी काफी आसानी से मिलने लगी है।अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें - https://loan.loomsolar.com/
निष्कर्ष
यदि आप कोई इलेक्ट्रिक कार खरीद रहे हैं और अपने बिजली बिल को पूरी तरह से जीरो करना चाहते हैं, तो आप निश्चिंत होकर लूम सोलर (Loom Solar) के सोलर उत्पादों को खरीदें। क्योंकि लूम सोलर भारत की नंबर 1 सोलर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है और हम अत्याधुनिक तकनीकों से लैस सोलर पैनल और लिथियम ऑयन बैटरी को बनाने के लिए जाने जाते हैं। यदि आप सोलर सिस्टम अपनाकर खुद को बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं, तो अभी हमसे संपर्क करें। हमारे विशेषज्ञ आपकी मदद के लिए हमेशा ही तैयार रहते हैं।