बिजली का उपयोग आज हर घर में किया जा रहा है और दिन प्रतिदिन यह उपयोग बढ़ता ही जा रहा है लेकिन इसी के साथ बिजली की कीमत भी बढ़ रही है इसीलिए हम बिजली बचाने की ज्यादा से ज्यादा कोशिश करते हैं. बिजली बचाने के लिए हम हमारे उपकरण का उपयोग करना कम कर देते हैं. लेकिन कुछ ऐसे उपकरण होते हैं. जिनका इस्तेमाल हमें हर हाल में करना पड़ता है. इसीलिए बिजली बचाने के लिए हमें सोलर सिस्टम का इस्तेमाल करना पड़ता है. सोलर सिस्टम लगवाने के बाद में हम इससे बिल्कुल मुफ्त में बिजली का इस्तेमाल कर सकते हैं. लेकिन अपने लिए उपयुक्त सोलर सिस्टम लगवाने से पहले हमें कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है जिसके बारे में हमने नीचे आपको बताया है.
इसे पढ़े: सोलर पैनल लगाना चाहते है, ये हैं कुछ टिप्स!
1. कौन सा Solar System लगवाएं
सोलर सिस्टम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं : Off Grid और On Grid
Off Grid Solar System: ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम में आपको Solar Panel , Inverter और बैटरी का उपयोग करना पड़ता है. ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का इस्तेमाल ऐसी जगह पर किया जाता है. जहां पर बिजली कम समय के लिए आती है. ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम में आपको बैटरी बैकअप मिलता है. जिससे कि आप Main Supply बंद होने पर भी अपने घर के उपकरण को चला सकते हैं. और ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का इस्तेमाल ऐसी जगह पर भी किया जाता है जहां पर बिजली का कोई कनेक्शन नहीं होता. ऐसे में दिन के समय में सोलर पैनल की सहायता से हम बैटरी को चार्ज कर सकते हैं और रात के समय में इसका उपयोग कर सकते हैं.
On Grid Solar System: ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का इस्तेमाल मुख्यतः बिजली बचाने के लिए किया जाता है .क्योंकि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम तभी काम करता है जब Main Supply उपलब्ध होती है. जब Main Supply बंद हो जाती है. तो ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम भी बंद हो जाता है. और इससे आपको किसी प्रकार की कोई बिजली नहीं मिलती. ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में सिर्फ सोलर पैनल और इनवर्टर का इस्तेमाल किया जाता है. और इनवर्टर की सहायता से आपके घर के सभी उपकरण चलाए जाते हैं और अगर आपका सोलर सिस्टम आपके Load से ज्यादा बिजली बनाता है. तो आप बिजली को बेच भी सकते हैं.
इन दोनों सोलर सिस्टम में से आपको कौन से सिस्टम की जरूरत है. यह आपके उपयोग के ऊपर निर्भर करेगा अगर आप को बैटरी बैकअप की जरूरत है तो आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना होगा और अगर आपको बिजली बचाने की जरूरत है और अगर आपके यहां बिजली कम जाती है तो आप को ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना होगा.
2. कौन सा Solar Panel Types लगवाएं
सोलर पैनल दो प्रकार के होते हैं : Monocrystalline और Polycrystalline
1. Bifacail Solar Panel: ऐसा सोलर पैनल जो कम जगह में ज़्यादा बिजली बनाती है, उसे Bifacial Solar Panel कहते है। इंडिया में लूम सोलर ने शार्क सोलर पैनल जो आपके एक बैटरी को पूरी दिन में चार्ज कर देगा।
1. Monocrystalline: जिस क्षेत्र में मौसम खराब रहता है या सूरज कम समय के लिए ही दिखाई देता है. उस क्षेत्र में Monocrystalline सोलर पैनल बहुत ही फायदेमंद होंगे.यह कम धूप में भी काम कर सकते हैं. Monocrystalline पैनल की Efficiency Polycrystalline पैनल के मुकाबले ज्यादा होती है.
3. Polycrystalline: Polycrystalline सोलर पैनल का इस्तेमाल अच्छी धूप वाले क्षेत्र में किया जाता है. और इनकी Efficiency Monocrystalline से थोड़ी कम होती है. इसीलिए इनकी कीमत भी कम होती है तो अगर आपके क्षेत्र में अच्छी धूप आती है तभी आप का Polycrystalline इस्तेमाल करें.
3. Calculate Your Load
सोलर सिस्टम खरीदने से पहले काफी लोग यही गलती कर देते हैं. वह बिना सोचे समझे सोलर सिस्टम लगवा लेते हैं .उन्हें नहीं पता होता कि कितने बड़े सोलर सिस्टम पर कितना लोड चला सकते हैं. तो ऐसी गलती आप बिल्कुल ना करें सबसे पहले आप अपने सभी उन उपकरण का लोड पता करें जो आप सोलर सिस्टम पर चलाना चाहते हैं. और उन सभी उपकरणों का लोड जोड़ लें जैसे कि
- 2 Ceiling fan = 160 watt (80+80 w)
- 5 CFL Light = 100 watt (20w per Light)
- 1 Ton Air Conditioner = 1200 watt
- 32 Inch LED Tv = 50 watt
Total = 160 + 100 + 1200 +50 = 1510 Watt (1.5 kw) (अनुमानित)
आपको सोलर सिस्टम पर 1510 watt लोड चलाना है तो इसके लिए आप को कम से कम 2000 watt सोलर सिस्टम लगवाना होगा. लेकिन अगर आप ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाते हैं तो आपको इसमें बैटरी को चार्ज करने के लिए भी पावर की आवश्यकता होगी इसीलिए आपको 2000 watt से ज्यादा बड़ा सोलर सिस्टम लगवाना होगा.क्योंकि जब सोलर सिस्टम पर आप लोड चलाएंगे तो उस समय बैटरी को भी चार्ज करना पड़ेगा ताकि जब सोलर पैनल से सप्लाई आनी बंद हो तब आप के उपकरण बैटरी से चलने लगे. तो आपको कम से कम 2.5 kw का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना पड़ेगा .
1 kw का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने के लिए आपको लगभग 90,000 रुपए देने पड़ेंगे. जिसमें आप को Shipping , Installation बिल्कुल फ्री मिलेगी.अगर आप बैटरी पर अपने उपकरण को ज्यादा लंबे समय तक चलाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ज्यादा बैटरियां लगानी पड़ेगी अगर मान लीजिए आपको 150 Ah की बैटरी से 4 घंटे का बैटरी बैकअप मिल रहा है और आपको 8 घंटे का बैकअप चाहिए तो आपको 150 - 150 Ah की 2 बैटरियों का उपयोग करे.
4. Top Ten Solar Panel Brands (Manufacturers) in India
सोलर सिस्टम थोड़ा सा महंगा होता है इसीलिए इसे लगाने से पहले हमें इसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत ही जरूरी है. अगर आप को सोलर सिस्टम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो आपको एक अच्छी कंपनी की जरूरत है जो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी दे सके और आपके पूरे सोलर सिस्टम को आपके घर या ऑफिस में इंस्टॉल कर सके. इसके लिए Loom Solar Private Limited कंपनी बहुत ही बढ़िया है . यह कंपनी आपको सभी अच्छे ब्रांड के सोलर सिस्टम Provide करवा सकती है . अगर आप Loom Solar, Luminous, Microtek, Tata Power Solar, Vikram Solar, Canadian solar, Trina solar, Jinko, Adani जैसी कंपनियों के सोलर सिस्टम लगवाना चाहते हैं तो Loom Solar Private Limited से संपर्क कर सकते हैं. जहां पर आपको उचित कीमत में एक पूरा सोलर सिस्टम मिल जाएगा.
5. Why Choose Loom Solar Private Limited
Loom Solar Private Limited काफी अच्छा सपोर्ट और सर्विस Provide करेगी इसी के साथ इस कंपनी में कुछ और खास बात है जैसे कि :
- 3 days Delivery Time: पूरे भारत में यह 3 दिन के अंदर प्रोडक्ट की डिलीवरी कर देता है.
- Latest products: सभी प्रोडक्ट लेटेस्ट टेक्नोलॉजी वाले होते हैं जिसमें आपको काफी अच्छे फीचर देखने को मिलेंगे.
- Instant Reply: इनसे आप प्रोडक्ट से संबंधित कोई भी सवाल पूछ सकते हैं आपको तुरंत उसका रिप्लाई दिया जाएगा इसके लिए आप इन्हें कॉल करके या WhatsApp दोबारा भी अपने सवाल पूछ सकते हैं.
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