आज पावर कट और लगातार महंगी होती बिजली बिल के कारण बाजार में सोलर पैनल की माँग (Solar Panel Demand) काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। यदि आप भी अपने घर में सोलर पैनल लगा कर फ्री बिजली पाना चाहते हैं, तो इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आप अपने घर के लिए सोलर पैनल का सेलेक्शन (Solar Panel For Home) कैसे करें?
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अपनी बिजली की जरूरतों को ठीक से समझें (Assess Your Energy Needs)
यदि आप अपने घर में सोलर पैनल लगाने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इसके लिए सबसे पहले यह पता करें आपकी हर दिन की बिजली खपत कितनी है। अपने घर में लोड कैलकुलेशन को जानने के लिए आप अपने घर के सारे फ्रिज, मोटर, कूलर, इंडक्शन, लाइट, पंखा जैसे सभी लोड को ऑन कर दें और Clamp Meter के जरिए यह पता लगा लें कि आपके घर में कितने एम्पीयर बिजली की खपत हो रही है।
अब अगर एम्पीयर का पता चल गया, तो फिर लोड का कैलकुलेशन करने के लिए कुल वोल्ट और एम्पीयर को गुना कर दें। आम तौर पर देश में डिफॉल्ट तरीके से ग्रिड से 220 वोल्ट बिजली मिलती है, लेकिन फिर भी वोल्टेज चेक करना जरूरी है।
“Load Calculation = V x A = Total Watt”
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तय करें आपको किस प्रकार का सोलर पैनल चाहिए (Types of Solar Panel)
आज मार्केट में कई प्रकार के सोलर पैनल (Solar Panel) उपलब्ध हैं, जिसकी जानकारी निम्न है -
- बाई फेसियल सोलर पैनल (Bifacial Solar Panel)
- टॉप कॉन सोलर पैनल (TopCon Solar Panel)
- डीसीआर सोलर पैनल (DCR Solar Panel यानी DCR Domestic Content Requirement Solar Panels - ये फोटोवॉल्टिक मॉड्यूल होते हैं और इसका इस्तेमाल सरकारी योजनाओं में किया जाता है।)
- मोनो पर्क सोलर पैनल (Mono PERC Solar Panel)
अलग अलग कैपेसिटी के सोलर पैनल्स -
# |
PV Module |
Type |
1 |
SHARK 20W PV Module |
Poly Crystalline |
2 |
SHARK 55W PV Module |
Mono PERC |
3 |
SHARK 225W PV Module |
Mono PERC |
4 |
SHARK 455W PV Module - Both |
Mono PERC |
5 |
SHARK 550W PV Module - Both |
Mono PERC |
6 |
SHARK 575W TOPCon PV Module |
TOPCon |
बता दें कि आज बाई फेसियल सोलर पैनल (Bifacial Solar Panel) सबसे अत्याधुनिक सोलर पैनल है। क्योंकि, यह पैनल आपको दोनों साइड से बिजली बना कर देता है। इस वजह से आपको कम ही स्पेस में ज्यादा इलेक्ट्रिसिटी मिल जाती है। साधारण शब्दों में यह पैनल आपको मोनो फेसियल पैनल से कम से कम 20 प्रतिशत अधिक बिजली बना कर देता है। हालांकि, इसका इंस्टालेशन आप केवल High Rise Structure में ही कर सकते हैं। ऐसे में यदि आपको स्पेस की कोई दिक्कत हो रही हो, तो आप टॉप कॉन सोलर पैनल (TopCon Solar Panel) का भी सेलेक्शन कर सकते हैं।
3. सोलर पैनल की एफिशिएंसी की रखें ध्यान (Consider the Efficiency of the Panels)
सोलर पैनल की एफिशिएंसी का मतलब यह है कि सोलर पैनल कितना धूप ऑब्जर्व कर रहा है और उसे इलेक्ट्रिसिटी में कितना कंवर्ट कर रहा है। आपके सोलर पैनल की एंफिशियंसी (Solar Panel Efficiency) जितनी अधिक होगी, आपको लॉन्ग टर्म में उतना अधिक फायदा होगा।
यहाँ कुछ टॉप सोलर पैनल्स की एफिशिएंसी लिस्ट है (Top Solar Panel Efficiency List)
# |
PV Module |
Efficiency |
1 |
SHARK 575W TOPCon PV Module |
22.30% |
2 |
SHARK 550W Bifacial PV Module |
21.40% |
3 |
SHARK 550W Monofacial PV Module |
21.35% |
4 |
SHARK 455W Bifacial PV Module |
21.00% |
5 |
SHARK 455W Monofacial PV Module |
20.95% |
6 |
SHARK 225W Mono PERC Half Cut PV Module |
20.40% |
7 |
SHARK 55W Mono PERC Half Cut PV Module |
18.00% |
8 |
SHARK 20W Poly Crstalline PV Module |
14.20% |
4. वारंटी और सर्टिफिकेशन पर रखें ध्यान
यदि आप कोई सोलर पैनल खरीद रहे हैं, तो इसकी वारंटी का ध्यान जरूर रखें। आज के समय में किसी भी अच्छे ब्रांड के सोलर पैनल पर कम से कम 25 साल की वारंटी आराम से मिलती है। वारंटी और सर्टिफिकेश वेरिफाई करने से आपको अंदाजा हो जाता है कि आप सही प्रोडक्ट को खरीद रहे हैं और यह लंबे समय तक चलता रहेगा।
5. मल्टीपल कोट्स की तलाश करें
यदि आप सोलर पैनल खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो इसके लिए आप कई दुकानों में जाएं और सोलर प्रोडक्ट्स को देखें और रेट की तुलना करें। इससे आपको बेहतर रेट पर अच्छा प्रोडक्ट मिल जाएगा।
6. Solar Installation & Maintenance Costs का ध्यान रखें
Solar Installation & Maintenance का खर्च पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आपका लोकेशन किस एरिया में है। वहां की कनेक्टिविटी कैसी है। आपका इंस्टालेशन स्पेस कैसा है, आदि। इस लिए सोलर लगाते समय अपफ्रंट में इसे स्पष्ट करें।
7. भारत सोलर पैनल पर कितना खर्च आता है? (Solar Panel Price in India)
यदि आप ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम (On Grid Solar System) लेते हैं, तो इस पर आपको प्रति किलोवाट 60 से 65 हजार रुपये का खर्च आता है और यहाँ आपको प्रति किलोवाट हर महीने करीब 1000 रुपये बिजली बिल की बचत होती है। वहीं, सोलर एनर्जी में आपको रिटर्न ऑन इंवेस्टमेंट (Solar Energy Return On Investment) 3 से 5 वर्षों में आराम से मिल जाता है।
8. सोलर फाइनेंस का ध्यान रखें
चूंकि, सोलर एनर्जी में इंवेस्टमेंट का लॉन्ग टर्म में काफी फायदा है। यदि आप इसे लगाना चाहते हैं, तो इसमें शुरुआती समय में थोड़ी बड़ी राशि खर्च होती है। ऐसे में आपको बजट की दिक्कत आ रही है, तो परेशान होने की कोई बात नहीं है। क्योंकि, आज के समय में कार लोन (Car Loan) और होम लोन (Home Loan) की तरह सोलर लोन (Solar Loan) का लाभ उठाना बेहद आसान हो गया। यहाँ आप केवल 20 प्रतिशत Down Payment कर अपने घर में सोलर पैनल को लगा सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए यहाँ विजिट करें।
निष्कर्ष
यदि आप अपने घर को बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको एक इंजीनियर विजिट की जरूरत होगी। इस सर्विस को हम आपके लिए पूरे देश के किसी भी हिस्से में केवल 1000 रुपये की फीस पर देते हैं। एक बार साइट सर्वे की बुकिंग करने के बाद हमारे इंजीनियर आपके यहाँ जाएंगे और आपको सोलर इंस्टालेशन के हर स्टेप पर मदद करेंगे।
3 comments
Simranjot kaur
Is a nice job
Simranjot kaur
Work is home
Simranjot kaur
Is a nice post so very kind information