आज देश में निरंतर बिजली कटौती, महंगाई और पर्यावरण संंबंधित चुनौतियों को देखते हुए सोलर एनर्जी (Solar Energy in India) की माँग काफी तेजी से बढ़ रही है और आने वाले कुछ वर्षों में हमें इसमें और अधिक तेजी देखने के लिए मिलेगी। इस लेख में हम आपको सोलर इन्वर्टर (Solar Inverter) के बारे में बताने जा रहे हैं, जो किसी भी सोलर सिस्टम का एक महत्वपूर्ण पार्ट (Solar System Parts) है।
क्या होता है सोलर इंवर्टर? (What is Solar Inverter)
बता दें कि सोलर इन्वर्टर (Solar Inverter) सोलर पैनल और बैटरी के बीच की कड़ी होती है। यह सोलर एनर्जी की मदद से आपकी बैटरी को चार्ज करता है और आपको बिजली देता है। वहीं, यदि आपकी बैटरी धूप से चार्ज नहीं हो रही है, तो वैसी स्थिति में यह आपको ग्रिड से भी बिजली देने में मददगार होता है।
सोलर इन्वर्टर कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Solar Inverter)
आपको बता दें कि सोलर इन्वर्टर (Solar Inverter) मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं, जो निम्न हैं -
- ऑन ग्रिड सोलर इन्वर्टर (On Grid Solar Inverter)
- ऑफ ग्रिड सोलर इन्वर्टर (Off Grid Solar Inverter)
- हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर (Hybrid Solar Inverter)
क्या होता है ऑन ग्रिड सोलर इन्वर्टर (What is On Grid Solar Inverter?)
ऑन ग्रिड सोलर इन्वर्टर को Grid Connected Solar Inverter के नाम से भी जाना जाता है। इस इन्वर्टर का काम DC Current को AC Current में बदलते हुए, ग्रिड के साथ Synchronize करना है। इस इंवर्टर में MPPT भी लगा हुआ रहता है। संक्षिप्त शब्दों में, इस इन्वर्टर का काम Electricity यदि अधिक या कम हो जाए, तो उसे नेट मीटर के माध्यम से आपकी आवश्यकता के हिसाब से ग्रिड से बिजली लेने का होता है। इससे आपको अपने बिजली बिल को बचाने में काफी राहत मिलती है।
क्या होता है ऑफ ग्रिड सोलर इन्वर्टर (What is Off Grid Solar Inverter?)
बता दें कि यह इन्वर्टर आपकी बैटरी को सेन्स करता है। यह एक बैटरी आधारित इन्वर्टर होता है, जिससे आपको अपनी बिजली की जरूरतों को पूरा करने के लिए सरकारी बिजली की जरूरत नहीं होती है और आप बिजली के मामले में पूरी तरह से आत्मनिर्भर बन जाते हैं। बता दें कि यह इन्वर्टर आपको सोलर पैनल से बिजली को जेनरेट करके बैटरी में स्टोर करने और उसका सीधे इस्तेमाल करने में आपकी मदद करता है।
क्या होता है हाइब्रिड सोलर इन्वर्टर (What is Hybrid Solar Inverter?)
यह एक ऐसा इन्वर्टर होता है, जिसे आप बैटरी और ग्रिड कनेक्शन, दोनों पर आसानी से चला सकते हैं। इसको लगाने के बाद कभी भी बिजली चली जाती है तो आपके यहाँ के उपकरण चलता रहेगा।
मान्यता प्राप्त इन्वर्टर ही खरीदें
कई बार लोग सस्ता इंवर्टर खरीदने के चक्कर में, लोकल प्रोडक्ट खरीद लेते हैं। लेकिन आपको इससे बचते हुए, BIS (Bureau of Indian Standards) के अनुसार बने इंवर्टर को ही खरीदना चाहिए। इसे एक बार खरीदने के बाद आपको सालों - साल सोचने की जरूरत नहीं होगी। ऑन ग्रिड और हाइब्रिड इंवर्टर के साथ नेट मीटर लगाने की जरुरत पड़ती है जिसके लिए BIS Approved Inverter होना जरुरी है।
Solar Inverter Companies in India
भारत ने बीते कुछ वर्षों के दौरान Solar Energy के फिल्ड में काफी प्रगति की है। यही कारण है कि आज भारत सोलर सिस्टम इंस्टालेशन के मामले में दुनिया के टॉप देशों में है। बता दें कि यदि आप अपने घर में सोलर सिस्टम लगा रहे हैं, तो इसमें आपको सोलर पैनल के साथ बैटरी, इन्वर्टर, स्टैंड, डीसी वायर जैसी कई चीजों की जरूरत पड़ती है। इसी को देखते हुए आज देश की कई कंपनियों ने बाजार में Solar Inverter को बनाना शुरू कर दिया है।
निष्कर्ष
यदि आप अपने घर में किसी भी प्रकार के सोलर इंवर्टर को लगाना चाहते हैं, तो आप निश्चिंत होकर लूम सोलर की ओर रुख करें। क्योंकि हम देश के नंबर 1 Solar Manufacturer Company हैं और अत्याधुनिक सोलर पैनल और इंवर्टर को बनाने के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं।
1 comment
Rohit kumar
Sir main solar technician Agar technician ki jarurat ho to Mujhse contact kar sakte hai