एसी, रेफ्रिजरेटर जैसे घरेलू उपकरणों की तरह जल्द ही सौर फोटोवोल्टिक मॉड्यूल को भी स्टार रेटिंग दी जाएगी। सौर पीवी मॉड्यूल के लिए शुक्रवार को शुरू सरकार के ‘स्टार रेटिंग’ कार्यक्रम के तहत उच्च दक्षता वाले सौर पैनल चुनने में उपभोक्ताओं को मदद मिलेगी।
केंद्रीय बिजली, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर के सिंह ने इस योजना की शुरुआत की। इसके तहत मॉड्यूल की दक्षता के आधार पर 1-5 सितारों तक रेटिंग दी जाएगी।इस मौके पर अपने संबोधन में सिंह ने कहा कि अब उपभोक्ता सोच-समझकर निर्णय ले सकते हैं। रेटिंग से उपभोक्ताओं को सर्वश्रेष्ठ पैनल चुनने में मदद मिलेगी।
Hon'ble Minister of Power and New & Renewable Energy, Shri R. K. Singh, launched the Standards and Labelling (S&L) Program for Solar Photovoltaic Modules at Shram Shakti Bhawan, New Delhi today.@OfficeOfRKSingh@mnreindia@beeindiadigital #MissionLiFE #SolarEnergy pic.twitter.com/kho6JD34Q0
— Ministry of Power (@MinOfPower) October 20, 2023
उन्होंने कहा, ”जैसे उपकरणों की स्टार रेटिंग से आपको पता चलता है कि ऊर्जा दक्षता के मामले में कौन सा उपकरण बेहतर है, उसी तरह अब उपभोक्ता स्टार रेटिंग की जांच करके अधिक कुशल मॉड्यूल का चयन कर सकता है।”
सिंह ने कहा कि इससे उपभोक्ताओं का भरोसा बढ़ाने में मदद मिलेगी और देश में सौर ऊर्जा इकाइयों की स्थापना को बढ़ावा मिलेगा।मंत्री कहा कि यह कार्यक्रम पहले दो साल के लिए स्वैच्छिक है और उसके बाद इसे अनिवार्य बना दिया जाएगा। सभी पैनल विनिर्माताओं को अपने उत्पादों की रेटिंग प्राप्त करने के लिए कार्यक्रम के तहत पंजीकृत होना होगा।ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) द्वारा पीवी मॉड्यूल के लिए तैयार स्टार रेटिंग योजना एक जनवरी, 2024 से लागू होगी।
योजना की पूरी जानकरी यहाँ दिया गया है।