सोलर पैनल का एक महत्वपूर्ण उपयोग बिजली वाली मोटर चलाने के लिए किया जा रहा है। अगर बिजली मोटर के उपयोग की बात करें, तो इसका इस्तेमाल सिंचाई, तेल मिल, कोल्ड स्टोरेज, आइसक्रीम फैक्ट्री आदि में किया जाता है। मोटर AC और DC दोनों से चल सकती है, लेकिन DC मोटर का उपयोग बहुत कम होता है। आज के इस ब्लॉग में जानेंगे कि कितने किलोवाट सोलर पैनल से कितने HP की मोटर चलाई जा सकती है। चलिए जानते हैं:
Table of Contents:
1. Brief about Motor
2. Need of Electricity to run Motor
3. Why Solar Energy?
4. Appliances can run on this system
5. Cost of installation
मोटर की जानकारी (Brief about Motor)
मोटर एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग अन्य उपकरणों को घुमाने या चलाने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, तेल मिल में एक मोटर का उपयोग करके वहाँ के सभी उपकरण चलाए जाते हैं। मोटर की क्षमता को HP (Horsepower) में मापा जाता है। घरेलू उपयोग में आधा HP और एक HP की मोटर इस्तेमाल की जाती है, जबकि कृषि में 2HP, 3HP, 5HP, 7.5HP, 10HP, 15HP, 20HP आदि मोटरों का उपयोग होता है। इन सभी मोटरों को चलाने के लिए Single Phase और Three Phase बिजली की आवश्यकता होती है।
मोटर चलाने के लिए बिजली की जरूरत (Need of Electricity to run Motor)
यदि आप मोटर को बिजली से चलाना चाहते हैं, तो इसके लिए बिजली विभाग से अनुमति लेनी होती है, जिसमें शुरुआती खर्च और हर महीने बिजली बिल जमा करना पड़ता है। यदि आप 2HP से ऊपर की मोटर का उपयोग करना चाहते हैं, तो 3-Phase बिजली की आवश्यकता होती है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में केवल Single Phase बिजली उपलब्ध होती है। इस स्थिति में लोग डीजल इंजन का उपयोग कर रहे हैं, परंतु डीजल की मौजूदा कीमत लगभग ₹100 प्रति लीटर होने के कारण यह बहुत महंगा पड़ता है।
सोलर पैनल का उपयोग (Why Solar Energy?)
सोलर एनर्जी का उपयोग करके बिजली बिल और पावर कट की समस्याओं को हल किया जा सकता है। इसी तरह, सोलर पैनल का उपयोग कर बिजली और डीजल खर्च को कम किया जा सकता है। इस प्रकार के सिस्टम में इन्वर्टर और बैटरी का उपयोग नहीं किया जाता, जिससे इंस्टॉलेशन का खर्च कम होता है। हालांकि, यह सिस्टम रात और खराब मौसम में काम नहीं करता, इसलिए दिन में काम निपटाना पड़ता है या फिर बिजली या जेनरेटर का सहारा लिया जाता है।
इस सिस्टम से कौन-कौन से उपकरण चला सकते हैं (Appliances that can run on this system)
इस सोलर सिस्टम में सोलर पैनल और VFD (Variable Frequency Drive) की मदद से मोटर चलाई जाती है, और मोटर से मिल के अन्य उपकरण जैसे तेल मिल, आटा चक्की, धान कूटने की मशीन, मसाला पीसने की मशीन आदि चलाए जा सकते हैं। अगर कोई इस सिस्टम से बल्ब, पंखा जैसे Single Phase उपकरण चलाना चाहता है, तो वह Alternator की मदद से ऐसा कर सकता है।
आटा चक्की लगाने का खर्च (Cost of installation)
सोलर आटा चक्की लगाने का खर्च मोटर की HP के आधार पर होता है। जितने HP की मोटर है, उसके 30% - 50% अधिक क्षमता का सोलर पैनल आवश्यक होता है। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 7.5HP की मोटर है, तो आपको 10kW का सोलर पैनल लगाना होगा, जिसका खर्च लगभग ₹4,20,000 से ₹4,50,000 के बीच आता है। इसके लिए सोलर लोन की सुविधा भी उपलब्ध है।