जिनका बिजली का कनेक्शन 5kW है, या जिनका बिजली बिल महीने का ₹4,000 - ₹5,000 के बीच आता है, या जिनकी प्रतिदिन की बिजली खपत 20 - 25 यूनिट है, उनके लिए 5kW रूफटॉप सोलर सिस्टम सबसे फायदेमंद है। यह सिस्टम घर और बिजनेस दोनों में इस्तेमाल हो सकता है। चलिए जानते हैं इसे लगवाने की पूरी प्रक्रिया:
सबसे पहले जानते हैं, सोलर सिस्टम कितने प्रकार के होते हैं?
रूफटॉप सोलर सिस्टम तीन प्रकार के होते हैं - ऑन ग्रिड, ऑफ ग्रिड और हाइब्रिड सोलर सिस्टम। आसान भाषा में समझते हैं ये तीनों क्या होते हैं:
- ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम: यह सोलर सिस्टम सिर्फ़ बिजली बिल बचाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
- ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम: यह सोलर सिस्टम बिजली बिल के साथ-साथ पावर कट में भी उपयोग किया जाता है।
- हाइब्रिड सोलर सिस्टम: यह ऑन ग्रिड और ऑफ ग्रिड दोनों के समान काम करता है।
इन तीनों सोलर सिस्टम की अधिक जानकारी नीचे दिए गए चित्र से समझ सकते हैं।
यदि आप घर में यह सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं तो इसके लिए क्या करना होगा?
देश में हर घर में सोलर पैनल लगाने के लिए प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना लाई गई है, जिसका उद्देश्य यह है कि बिजली की जरूरत सूर्य की ऊर्जा से पूरी हो और सोलर लगाने वाले परिवार को हर साल लगभग ₹50,000 की बचत हो। इसके लिए आपको अपना पंजीकरण https://www.pmsuryaghar.gov.in/consumerLogin पर जाकर करना है। रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बिल्कुल मुफ्त है।
5kW ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगाने का खर्च ₹2,75,000 से ₹3,00,000 के बीच होता है, जिसमें सरकार द्वारा ₹78,000 की सब्सिडी सोलर सिस्टम लगने के 4-6 महीने बाद दी जाती है। भारत के कुछ राज्यों में राज्य सरकार भी सोलर सब्सिडी देती है, जैसे उत्तर प्रदेश, जहां ₹30,000 की अतिरिक्त सब्सिडी मिल रही है।
यदि आप बिजनेस में यह सोलर सिस्टम लगाना चाहते हैं तो इसके लिए क्या करना होगा?
किसी भी प्रकार के बिजनेस में ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने पर सरकार सब्सिडी नहीं देती है, लेकिन आयकर में 40% की छूट मिलती है। इस प्रक्रिया के लिए सबसे पहले आपको अपने बिजली कार्यालय में जाकर अनुमति लेनी होगी। यह प्रक्रिया पूरी तरह से ऑफलाइन है। सोलर सिस्टम लगाने का खर्च घर और बिजनेस दोनों में समान होता है।
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगाने में क्या परेशानी आ सकती है?
ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगाने के लिए बिजली विभाग की अनुमति जरूरी होती है, लेकिन जो लोग सब्सिडी स्कीम का लाभ लेना चाहते हैं, उनके बिजली बिल में नाम और पता दोनों सही होना चाहिए। यदि किसी उपभोक्ता के बिजली बिल में नाम गलत है, तो वह बिजली विभाग में जाकर नाम सही करने का आवेदन दे सकते हैं, जिसका खर्च ₹84 होता है। यदि बिजली बिल में नाम किसी ऐसे व्यक्ति का है, जो अब इस दुनिया में नहीं है, तो नाम सुधारने की प्रक्रिया भी बिजली विभाग जाकर करवा सकते हैं।
पूरी जानकारी कहां से मिलेगी?
सोलर सिस्टम लगाने के लिए सबसे पहले अपना बिजली बिल में sanctioned load चेक करें, जिससे यह पता चलेगा कि आप कितने किलोवाट का सोलर सिस्टम लगवा सकते हैं। क्योंकि कई घरों में 1kW/2kW का कनेक्शन होता है, फिर भी बिजली बिल ₹5,000-₹7,000 के बीच आता है। इस संदर्भ में अधिक जानकारी के लिए लूम सोलर जैसी कंपनियों से संपर्क करें, जो भारत में रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन में अग्रणी हैं और अब तक 50,000 से अधिक घरों में सोलर सिस्टम लगा चुकी हैं।