पिछले दो माह में सोलर पैनल के कारोबार में काफी बढ़त आयी है। जनवरी में सोलर पैनल का जो कारोबार दो करोड़ प्रतिमाह था मौजूदा समय में यह बढ़कर पांच करोड़ प्रतिमाह तक पहुंच गया है। दिवाली के समय सोलर पैनल की बिक्री में बढ़त दर्ज की गई थी।
बिजली संकट में कैसे मिला समाधान?
केस एक : बिजली कटाैती से परेशान अपूर्व श्रीवास्तव ने सोलर प्लांट की ओर रुझान किया और चार किलोवाट का प्लांट साढ़े तीन लाख में अपने घर लगवा लिया। इससे उनके घर का बिजली का बिल जो पहले नौ से दस हजार का आता था। वह अब तीन से पांच हजार तक सीमित हो गया है। वहीं कटौती से भी राहत है।
केस दो : इंद्रपुरी कालोनी के रहने वाले रजनी सिंह ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से बिजली कटौती से काफी समस्या हो रही थी। जनरेटर का प्रयोग नहीं हो सकता था क्योंकि पेट्रोल व डीजल का भी दाम आसमान छू रहा है। ऐसे में परिवार के कहने पर 10 किलोवाट का सोलर प्लांट लगवा लिया। इसके लगने से काफी राहत है।
भीषण गर्मी ऊपर से बिजली कटौती ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। गांवों में घंटों-घंटों बिजली नहीं मिल रही है। ऐसे में सोलर पैनल की मांग भी बढ़ गई है। बड़ी संख्या में गांवों में लोग सोलर पैनल की खरीदारी कर रहे हैं। पिछले दो माह में ही सोलर पैनल के कारोबार में काफी बढ़त आयी है। जनवरी में सोलर पैनल का जो कारोबार दो करोड़ प्रतिमाह था मौजूदा समय में यह बढ़कर पांच करोड़ प्रतिमाह तक पहुंच गया है। इससे पहले दिवाली के समय सोलर पैनल की बिक्री में इस तरह की बढ़त दर्ज की गई थी। पैनल की मांग बढ़ने से दुकानदारों के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही है।
सोलर पैनल से चला रहे आटा चक्की
गुहैनिया के अतुल पटेल ने बताया कि पिछले दिनों आटा चक्की खोला, लेकिन बेतहाशा बिजली कटौती को देखते हुए सोलर पैनल की जरूरत महसूस हुई। इसके बाद शहर के एक वेंडर से 10 किलोवाट का सोलर प्लांट लगवाया। अब बिजली नहीं रहने पर भी कारोबार चकाचक चल रहा है। वहीं इससे लग जाने से काफी राहत है।
जीएसटी व बीसीडी लगने से बढ़ गया है रेट